ज़िन्दगी वफ़ा करे न करे
वफ़ा ये आपनी कभी न छोडेंगे
खुशी की घड़ी आए न आए
जीने की चाह कभी न छोडेगे
गम हो चाहे महेरबान कितना
खुशी को दूर कभी न छोडेंगे
लिपटी गम की चादर हो कितना
खुशी की चाह कभी न छोडेगे
हसी को होंठ खुले न खुले
नैनो की मुस्कान कभी न छोडेंगे
रास्ता कभी मिले न मिले
मंजिल की चाह कभी न छोडेंगे...!!
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